मंगलवार, 14 दिसंबर 2010

kranti

क्रांति के लिए खुनी संघर्ष अनिवार्य नहीं हें और न ही इसमें व्यक्तिगत प्रतिहिंसा को स्थान हें यह बम और पिस्तोल की संस्कृति नहीं हें क्रांति से हमारा आशय हें की वर्तमान व्यस्था जो खुले तौर पर अन्याय पर टिकी हें बदलनी चाहिए
शहीद भगत सिंह

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